राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत 7 दिसंबर से शुरू होने वाले सौ दिवसीय नि-क्षय शिविर अभियान को जिले में सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने के लिए आज शुक्रवार को अपर कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।
जबलपुर
कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में संपन्न हुई इस बैठक में बताया गया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य क्षय रोग का संक्रमण को प्रसारित होने से रोकने और समुदाय को टीबी मुक्त बनाने के लिए कि समुदाय में छूटे हुए क्षय रोगियों, क्षय रोगियों की पहचान करना है।
बैठक में दी गई जानकारी के मुताबिक 24 मार्च तक चलाये जाने वाले इस सौ दिवसीय अभियान के तहत टीबी रोगियों के संपर्क में आने के कारण कुपोषित, एचआईवी, डायबिटीज, धूम्रपान एवं शराब का सेवन करने वाले टीबी के सक्रिय रोगों से संपर्क भी साधा जाएगा। अभियान में रेलवे एवं बस स्टेशन, सामूहिक स्थान छात्रावास, आयुष्मान आरोग्य मंदिर और स्थानीय स्वास्थ्य केन्द्रों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर इन स्वस्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे।
बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती सिंह ने अभियान के अंतर्गत असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की टीबी स्क्रीनिंग करने के निर्देश अधिकारियों के दिए। उन्होंने कहा कि मजदूरों में क्षय रोग की पहचान करने के लिए शहर के विभिन्न चौराहों पर शिविरों का आयोजन की जाए। साथ ही सुरक्षा मानकों को दृष्टिगत रखते हुए अभियान में भाग लेने वाले विभिन्न कार्यक्रमों को भी सुरक्षा किट की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराई जाए। श्रीमती सिंह ने बैठक में उपस्थित बीएमओ को शिविर के आयोजन से पहले अपने अपने क्षेत्रों में टीबी के मरीजों की पूर्व से उपलब्ध जानकारी का अध्ययन करने के निर्देश दिए। बैठक में सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा, जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ. संतोष ठाकुर सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे।