कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में आज ई-रिक्शा और ऑटो के संचालन के नियमन को लेकर कलेक्टर सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई
जबलपुर
। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री आदित्य प्रताप सिंह, एडीशन एसपी ट्राफिक, आरटीओ और ई-रिक्शा और ऑटो संघ के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक में ई-रिक्शा और ऑटो के बढ़ती तादात और इससे प्रभावित यातायात व्यवस्था के विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा कर कहा कि यह समय की मांग है कि शहर की यातायात व्यवस्था सुव्यवस्थित हो। जिससे सड़को पर यातायात को लेकर अनावश्यक परेशानी न हो। कलेक्टर श्री सक्सेना ने कहा कि संस्कारधानी जबलपुर के आदर्शों के अनुसार अनुशासन में रहकर ई-रिक्शा व ऑटो का संचालन करें। लोगों से अच्छा व्यवहार करें। साथ ही यह देखें कि उनसे किसी को परेशानी तो नहीं हो रही। यदि परेशानी हो रही है तो वे स्वविवेक से गाड़ी इस ढ़ंग से चलाये या पार्किंग करें जिससे किसी को असुविधा न हो। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि इसके लिये रूट तय करें। साथ ही एक ऐसा ई-रिक्शा एप विकसित करें जिससे ई-रिक्शा व ऑटो की बुकिंग हो जाये। इससे किराया की दर में भी फिक्सेशन हो सके। उन्होंने कहा कि ई-रिक्शा व ऑटो संचालक बैठकर अपना ग्रुप बनाये और बेहतर यातायात व्यवस्था की दिशा में कार्य करें। इसमें ई-रिक्शा व ऑटो संघ के पदाधिकारी भी अपनी सक्रिय भूमिका निभायें।
पुलिस अधीक्षक श्री सिंह ने कहा कि ई-रिक्शा और ऑटो संचालक सभी अपने-अपने थाना क्षेत्र में अपना वेरीफिकेशन करायें। जिससे पुलिस थाना से उनकी कलर कोडिंग के साथ नम्बर जारी हो जायेंगे। इसके साथ ही कहा गया कि ई-रिक्शा वालों के लिये डार्क ब्लू तथा ऑटो ड्रायवरों के लिये खाकी वर्दी पहनना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि गाड़ी साइड में लगाना शुरू करें। बीच सड़क में ऑटो रिक्शा खड़ी न करें। शहर के विभिन्न चौराहों पर 10 से ज्यादा ऑटो-रिक्शा खड़े न रहें। सुरक्षा की दृष्टि से स्कूली छोटे बच्चों को ई-रिक्शा में लाने ले जाने का कार्य न करें। घायल या दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों को यदि कोई ऑटो-रिक्शा ड्रायवर तत्काल अस्पताल पहुंचाता है तो उन्हें पुरस्कृत भी किया जायेगा। इस दौरान विशेष रूप से कहा गया कि यदि ऑटो-रिक्शा संचालक निर्देशों की अवहेलना करेंगें तो उनपर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।