सिहोरा जिला आंदोलन को बीते 10 माह,
जिला के लक्ष्य को पाने एक बड़े जनांदोलन की दरकार*
*लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति का 42 वां धरना*
सिहोरा:-अक्टूबर 2021 से प्रारंभ हुए सिहोरा जिला आंदोलन को 10 माह होने को है और आज भी सिहोरा जिला आंदोलन को एक बड़े जनांदोलन की दरकार है।सिहोरा की 18 वर्षो की लंबी उपेक्षा के खिलाफ नगर के जागरूक लोगों की एक समिति लगातार सिहोरा के हक के लिए आंदोलित है पर सिहोरावासी आज भी चिर निद्रा में डूबा हुआ है।लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने संकल्प दोहराया कि एक दिन ऐसा जरूर आएगा जब सिहोरा अपनी उपेक्षा के विरोध में सड़कों पर आकर ललकरेगा।
*समिति का 42 वां धरना:-* रविवार को समिति के धरने का यह 42 वां रविवार था और इस धरने में विगत 10 माहों के आंदोलन की समीक्षा हुई।समिति को आशा थी कि नगरपालिका के चुनाव परिणाम ऐसे जरूर आएँगे कि सरकार तक सीधे ये संदेश जाएगा कि सिहोरावासी नाराज है,पर चुनाव परिणाम प्रत्यक्ष रूप से इससे परे रहे।
*सर्वदलीय संचालन समिति का गठन:-* समिति के नागेंद्र क़ुररिया,अनिल जैन ने कहा कि अब सिहोरा की समस्त राजनैतिक पार्टियों को जिला मुद्दे पर एकजुट करने का प्रयास किया जाएगा।एक सर्वदलीय संचालन समिति गठित कर सिहोरा जिला आंदोलन को आगे बढ़ाया जाएगा।
42 वें धरना प्रदर्शन में समिति के सियोल जैन,रामजी शुक्ला,मानस तिवारी,नत्थू पटेल,अमित बक्शी,सुशील जैन,रामलाल साहू,सुधीर अवस्थी, प्रयास मिश्रा,पन्नालाल,अजय,गुड्डू कटेहा सहित अनेक सिहोरावासी मौजूद रहे।