दोनों भाई जितेंद्र भानेंरिया,रंजीत भानेरीया खाकी को कर रहै कलंकित?
अजय राज केवट मझौली दर्पण न्यूज भोपाल मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़
शुजालपुर मंडी थाने को आपने बाप की कुटिया समझ कर दोनो भाइयों ने आम जनता का खून चुसने का ठेका ले रखा या यू मानो की इन दोनो ने धन उगाही की पी एच डी कर रखी ऐसा हम नहीं कह रहे ये तो हर एक के मुंह पर चर्चा का विषय है वही देखा जाए तो दिनाँक 3/09/2023 को मंडी थाने का भ्रष्ट पुलिस आरक्षक कोट मुंशी जीतेंद्र भानेरिया ग्राम रानो गंज एक जुआरी के पास गया और जीतेंद्र भानेरियां के साथ के आरक्षक मनोज यादव भी गया जो की इन दोनो ने जुआरियो से घंटो तक तोड़ी बट्टे की बात करी जिसका सारा का सारा घटना क्रम सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ हे और एक जुआरी ने इन दोनों भ्रष्टों का विडियो भी बनाया जो की पत्रकार के पास में सुरक्षित है
जीतेंद्र भानेरिया का भाई रंजीत भानेरीय करता है अवैध वसुली
मंडी थाने में इन दोनो भाइयों का बोल बाला हे एक जुआरी में मस्त तो दूसरा सटोरियों से पैसे लेने में मस्त सूत्रों के मुताबिक देखा जाए तो मंडी थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक रंजीत भानेरिय सटोरियों से महा बंदी के रूप में काम कर रहा है और एक दूकान से 3 से 5हजार रूपये प्रति महा एक स्टोरियो से लेता है अगर कोइ सट्टा लिखने वाला इस भ्रष्ट को मुंह मांगी से कम राशि देता हे तो ये प्रधान आरक्षक वही उसकी दूकान पर पैसे फेक कर आपनी रंग दारी दिखाता है और सटोरियों से बहस करने लग जाता वा अपनी वर्दी की गुंडा गर्दी रोब झाड़कर वा कहता की मेरी बीट है तुम्हे सट्टा लिखना हे तो मुझे 5000 ही हजार ही लगेंगे और बोलता जिससे लगे उससे मेरी शिकयत करना हे देना मगर लूंगा 5000 हजार ही हमारे प्रखर न्यूज व्यूज एक्सप्रैस सूत्र तो यहा तक बताते हे की जीतेंद्र भानेरियां वा रंजीत भानेरिया का अंकल दुर्गेश जो अपने आरक्षक प्रधान आरक्षक भाइयों के बलबूते पर आपने गांव में जुआ चलवा रहा है जहां हर रोज दर्जनों की तादाद में खिलाड़ी जाते है और दोनो भाई शुजालपुर के जुआरियों को भी अपने गांव जुआ खेलने के लिए ये भेजते हे अगर इनकी काल डिटेल निकाली जाए तो कई जुआरियों वा सटोरियों के नम्बर इनके मोबाईल में पाए जायेंगे जिनसे ये हर महा बात करते हैं
रंजीत की बीट में जहरीली शराब माफियाओं की बले बले
प्रधान आरक्षक रंजीत भानेरिया की बीट में जहरीली शराब की तस्करी जोरो पर हे और रंजीत अवैध वसूली में मस्त रंजीत का अवैध वसूली में मस्त होना और आम जनता के स्वास्थ से खिलावाड़ करना रंजीत का पैसा बन चुका रंजीत का कहना है चाहें जो मरे मुझे कोइ फर्क नहीं पड़ता मुझे तो बस आप टाइम पर मेरी महीने की बंदी दो मुझे जनता के मरने से कोई मतलब नही है और ना ही मुझे कोई जन सरोकार से जेठडा जोड़, जेठड़ा गांव, डुंगलाय,मगरानियां, में शराब माफियाओं ने इन गावों को जकड़ रखा है जिससे लोग उभर भी नही पा रहे हैं!