संजीवनी हॉस्पिटल समेत फायर सेफ्टी का एनओसी नहीं लेने पर CMHO ने की कार्रवाई
जबलपुर
शहर में कदम-कदम पर अस्पताल खुले हुए हैं। वहां लोगों की जान बचाने के दावे किए जा रहे हैं। मरीजों के जान की उन्हें कितनी परवाह है, इसका अंदाजा वहां अग्निशमन सुरक्षा के इंतजामों से ही लगाया जा सकता है। अधिकांश अस्पतालों में आग से बचाव के इंतजाम नदारद हैं। गिनती के फायर एक्सटिंग्यूसर लगाकर कोरमपूर्ति की गई है। शायद यही कारण रहा कि अनूपपुर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एससी रॉय ने मध्य प्रदेश शसान लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंत्रालय के आदेशानुसार जिले से समस्त प्राइवेट अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा बचाव की स्थापना की है या नही इस बात पता लगाने के लिए टीम गठित कर निजी अस्पताल की जांच की थी। जांच में संजीवनी हॉस्पिटल समेत 7 निजी अस्पताल द्वारा फायर सेफ्टी एनओसी नहीं लेने की जानकारी मिली। इसके बाद सभी का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया गया।
इन अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन हुआ निरस्त
संजीवनी अस्पताल
न्यू लाइफ अस्पताल
वी केयर अस्पताल
संगीता नर्सिंग होम
न्यू ओंकार अस्पताल
गुरु कृपा अस्पताल
आशीर्वाद अस्पताल
फायर सेफ्टी का एनओसी नहीं लेने पर संजीवनी हॉस्पिटल समेत 7 निजी अस्पताल का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया गया है। अनूपपुर CMHO डॉक्टर एससी रॉय ने सभी अस्पतालों का लाइसेंस निरस्त करने का आदेश जारी किया। दरअसल पिछले दिनों जबलपुर के प्राइवेट हॉस्पिटल में आगलगी में 8 लोगों की मौत के बाद सीएम ने फायर सेफ्टी का एनओसी नहीं लेने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। उसके बाद प्रदेश के सभी जिलों में जिला प्रशासन के साथ सीएमएचओ एक्शन मूद में आ गए हैं। फायर सेफ्टी का एनओसी नहीं लेने वाले अस्पतालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।