जबलपुर में शारदा चौक गढ़ा क्षेत्र में आज उस वक्त सनसनी फैल गई. जब एक महिला सरस्वती चौबे की उसके पूर्व के किराएदार रामकृष्ण लोधी ने गोली मारकर हत्या कर दी
जबलपुर
गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए, जिन्होने घर के अंदर जाकर देखा तो महिला मृत हालत में पड़ी रही. घटना की खबर मिलते ही गोहलपुर सीएसपी अखिलेश गौर मौके पर पहुंच गए और मामले की जांच कर आरोपी की तलाश शुरु कर दी है।
अवैध संबंध का जिक्र आया सामने महिला की मौत के बाद
गढ़ा पीली बिल्डिंग में महिला की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस को प्रारंभिक जांच में अवैध संबंधों के कारण घटना घटित होना पाया है। पुलिस आरोपी की धड़पकड़ में लगी हुई है।
पीली बिल्डिंग में रहने वाली महिला सरस्वती चौबे 45 साल सोमवार की शाम घर में अकेली थी, तभी उनका पुराना किरायदार तेजगढ़, दमोह निवासी रामकृष्ण लोधी पहुंचा और पुराने विवाद को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई। इसके थोड़ी देर बाद किरायदारा रामकृ़ष्ण लोधी ने बंदूक निकालकर सरस्वती चौबे के सीने पर दो फायर कर दिए। जिसमें महिला की मौके पर मौत हो गयी। फिलहाल पूरी पुलिस जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी। सीएसपी अखिलेश गौर ने बताया कि सोमवार कि रात सूचना मिली कि गढ़ा में रहने वाली सरस्वती चौबे जिनकी उम्र करीब 45 साल बताई जा रही है वह अपने बेटे के साथ रहा करती थी। महिला का बाडे में कई घर है जहां किराएदार रहते है, उसी में घर में तेजगढ़, दमोह निवासी रामकृष्ण लोधी भी किराए से रहा करता था। आरोपी सुरक्षा गाडज़् का काम किया करता हैै। विवाद की वजह से कुछ दिन पहले उसने मकान खाली कर दिया था। आरोपी बिना कुछ बताए अन्य जगह रहने लगा था जिसके चलते मकान मालिक उससे खासा नाराज हो गई थी।सोमवार की रात रामकृष्ण लोधी सरस्वती बाई के बाड़े में पहुंचा, जहां किसी बात को लेकर विवाद हुआ, तभी रामकृष्ण लोधी ने अपनी लाइसेंसी बारह बोर की बंदूक निकाली और महिला पर फायरिंग कर दी, गोली महिला के गले के नीचे लगी और वह जमीन पर गिर गई। गोली महिला के गले को चीरते हुए आर-पार हो गई और उसकी मौके पर मौत हो गई। घटना के वक्त आसपास लोग भी मौजूद थे।
गोली चलते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना डायल-100 को जिसके बाद मौके पर पुलिस बल पहुंचा। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपित बाइक लेकर फरार हो गया। पुलिस ने शारदा चौक से कोष्टा मोहल्ला पहुंच मागज़् को सील कर दिया। इस दौरान किसी को भी जाने नहीं दिया गया। पुलिस के अधिकारी मौके पर साक्ष्य जुटाते रहे। बताया जाता है कि आरोपी को पकडऩे के लिए एसपी ने कई टीम लगा दी है।