हत्या की यह घटना सरपंच चुनाव की रंजिश और शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर हुई
मझौली
जबलपुर जिले के मझौली थाना के लुहारी अनघोरा गांव में अज्ञात हमलावरों ने भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या के मामले में 4 लोगों को हिरासत में लिया है। घटना रंगपंचमी की देर रात की है। मझौली पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस के अनुसार कंचन यादव (50) भारतीय जनता पार्टी में पिछड़ा वर्ग मोर्चा की जिला कार्यकारिणी में मंडल अध्यक्ष थे।
इस हमले में कार में सवार कंचन यादव के सीने और कमर में गोलियां लग गईं। आनन फानन में कंचन को इलाज के लिए जबलपुर ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
यह है पूरा मामला
मामला मझोली थाना क्षेत्र के लोहारी अनघोरा ग्राम का है जहां पर रंग पंचमी के त्यौहार में ग्रामीणों के सुख दुख में शामिल होकर कंचन यादव रात 11 बजे कार से घर लौट रहे सरपँच राहुल यादव और उसके पिता कंचन यादव को पहले से ही घात लगाकर बैठे आरोपियों ने हमला बोल दिया, विवाद करते हुए सरपँच पिता के सीने में गोली मार दी और दहसत फैलाने के इरादे से हवाई फायर करते हुए फरार हो गए। घटना में सरपँच पिता की हत्या कर दी गई वहीं 4 अन्य घायल बताए जा रहे हैं, इस हत्याकांड के बाद गांव में दहसत का माहौल है, वहीं सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेजते हुए मामले की जांच सुरु कर दी थी।
52 एकड़ सरकारी जमीन खाली करवाने पर कर दी हत्या
बताया जा रहा है की बीती रात 11 बजे लुहारी अनघोरा सरपंच राहुल यादव ने अपने पिता 58 वर्षीय कंचन यादव के साथ रंग पंचमी का त्यौहार मनाकर कार से लौट रहे थे। इसी दौरान कार जब आरोपी के घर के सामने पहुँची तो बीच रास्ते में गांव के सानंद चौहान, आनंद चौहान, 1, सर्वेश चौहान और उसके साथियों द्वारा सरपंच राहुल यादव , आयुष चौहान की गाड़ी रोककर पुरानी रंजिश पर विवाद करने लगे। कार में बैठे अनुरोद्व सिंह, राजा चौहान, राहुल यादव, रघुराज यादव, रितिक यादव ने विरोध किया तो पूर्व सरपंच और उसके भाईयों ने सभी को कार से उतारकर जमकर मारपीट सुरु कर दी। इसके बाद आरोपियों ने बंदूक निकालकर सरपंच और उसके पिता पर फायर किया जिसमें एक गोली सरपंच पिता कंचन यादव को लगी और वह मौके पर ही ढेर हो गए।
वारदात के बाद हवाई फायर
वहीं बताया जा जा रहा है कि सरपंच पिता की हत्या करने के बाद आरोपी हवाई फायर करते हुए फरार हो गए। बताया जा आरोपियों ने 52 एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा जमाया हुआ था। लंबे समय से जमीन पर कब्जा होने के बाद राहुल यादव जब सरपंच बने और जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया तब से आरोपी रंजिश रखे हुए थे। इसी विवाद को लेकर रात 11 बजे आरोपियों ने सरपंच और पिता पर जान लेवा हमला करते कर दिया और सरपँच पिता की गोली मारकर हत्या कर दी।