कमिश्नर श्री अभय वर्मा की अध्यक्षता में आज सहकारी दुग्ध संघ मर्यादित की 38 वी वार्षिक साधारण सभा बैठक वेटनरी कॉलेज में आयोजित की गई।
जबलपुर
जिसमें अधिष्ठाता पशु चिकित्सा महाविद्यालय डॉ. आरके शर्मा, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ प्रफुल्ल मून ,जेडीव्हीएस डॉ. जे पी शिव सहित दुग्ध संघ के अधिकारी व प्रतिनिधि की उपस्थिति रहे।
इस दौरान उन्होंने बताया कि दुग्ध संघ ने वर्ष 2023-24 में 556 कार्यरत दुग्ध सहकारी समितियों से 43015 लीटर प्रतिदिन के मान से कुल 157.43 लाख लीटर दूध संकलित किया। पशुधन प्रजनन एवं नस्ल सुधार कार्य हेतु वर्ष 2023-24 में 91 कृत्रिम गर्भाधान केंद्रों के माध्यम से वर्ष में 28992 कृत्रिम गर्भाधान संपन्न किए गए । वित्तीय वर्ष 2023-24 में 6000 टन सुदाना, औसत 26074 लीटर प्रति दिन दूध विक्रय हुआ । भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा सांची के दूध एवं दूध उत्पादों को सभी मानकों पर ए प्लस श्रेणी प्राप्त हुई, जो प्रशंसनीय है। दुग्ध संघ द्वारा वर्ष 2023-24 में कुल राशि रु 16.54 लाख का शुद्ध लाभ एवं अद्यतन स्थिति में रु 238.94 लाख के संचित लाभ में है। एचपीसीएल कंपनी द्वारा नवनिर्मित निर्मित पेट्रोल पंप का शुभारंभ दिनांक 26 अगस्त 2023 को एवं स्मार्ट सिटी जबलपुर द्वारा स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत राशि रु 18.00 करोड़ की लागत से बायो सीएनजी संयंत्र दुग्ध संघ परिसर में स्थापित किया गया है। स्कॉच ग्रुप द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर सर्वे उपरांत बायो सीएनजी प्लांट को स्कॉच अवॉर्ड आफ मैरिड भी प्रदान किया गया है।
कमिश्नर श्री वर्मा द्वारा उक्त साधारण सभा के माध्यम से दूध क्रय दरों में वृद्धि की घोषणा की गई जो कि इस प्रकार है- वर्तमान में भैंस के दूध की क्रय दर रु 680 प्रतिकिलोग्राम फैट से बढ़ाकर रु 730 प्रतिकिलोग्राम फैट, गाय के दूध हेतु रु 244 प्रतिकिलोग्राम ठोस पदार्थ के स्थान पर रु 260 प्रतिकिलोग्राम ठोस पदार्थ एवं डीसीएस कमीशन भैंस के दूध पर वर्तमान रु 9 प्रतिकिलोग्राम फैट के स्थान पर रु10 प्रतिकिलोग्राम फैट, गाय के दूध पर रु 4 प्रतिकिलोग्राम ठोस पदार्थ के स्थान पर रु 5 प्रतिकिलोग्राम ठोस पदार्थ दिनांक 01 अक्टूबर 2024 से प्रभावशील की गई। उपस्थित दुग्ध सहकारी समितियों के अध्यक्ष, प्रशासक व दुग्ध संघ प्रतिनिधियों में उक्त दरों के वृद्धि से प्रसन्नता देखी गई।
कार्यक्रम में विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली दुग्ध सहकारी समितियों एवं सर्वश्रेष्ठ दुग्ध विक्रय करने वाले पार्लर संचालकों को पुरस्कार स्वरूप स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र वितरित किए गए।