मध्यप्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान जी बड़े बड़े मंचों से शिक्षा के विषय में बड़ी बड़ी बाते करते नजर आते हैं
छतरपुर से किशोरी श्रीवास की रिपोर्ट
357 छात्र छात्राओं को कक्षा 9से लेकर12वी तक के छात्रों को सिर छिपने के लिए नहीं जगह
ठेकेदार ने विधालय का तो निर्माण करवाया परंतु आज भी पढ़ा अधूरा आखिर क्यों।
दो साल गुजरने के बाद दरवाजे में न हीं गेट ना ही बना सोचलय है।आखिरकार अमरोनिया विधालय के बचचे कहां जाकर अध्ययन करें
भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार के शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हर तरह से छात्र छात्राओं के लिए मदद कर रही हैं जिससे छात्र-छात्राएं अध्ययन कर सकें यहां तक की मध्यप्रदेश में सैकड़ों नव निर्माण बिल्डिंग बनाकर तैयार कर दी है लेकिन कई बिल्डिंग ऐसी भी देखने मिली है जहां पर शासन की राशि को पतीला लगाकर ठेकेदार एवं सक्षम अधिकारी डकार गए हैं और छात्र-छात्राएं विद्यालय में बैठने के लिए मोहताज है आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के सटई जन शिक्षा केंद्र के अंतर्गत अमरोनिया हायर सेकेंडरी स्कूल में 375 छात्र-छात्राएं कक्षा 9 से लेकर 12वीं तक अध्ययन कर रहे हैं जहां पर छात्रों को बैठने की जगह नहीं वही दूसरी ओर ठेकेदारों के द्वारा विद्यालय का निर्माण कराया गया जहां पर विद्यालय के में कोई समचित व्यवस्था नहीं है उदाहरण के लिये गेटो में गेट नही बिल्डिंग में लाइट नहीं पानी की व्यवस्था नहीं शौचालय जाने की सुविधा नहीं फिर भी बच्चे मजबूर होकर फुटपाथ पर शौचालय जा रहे हैं अब देखना यह है कि आखिर सटई जन शिक्षा केंद्र के अंतर्गत अमरोनिया विद्यालय में ठेकेदारों द्वारा लगाया गया पतीला की जांच हो पाएगी या नहीं या फिर आला कमान अधिकारी बच्चों को फुटपाथ पर शौचालय जाने के लिए मजबूर करेंगे।