नर्मदा_महोत्सव 5 और 6 अक्टूबर को, चांदनी रात में गूंजेगी संगमरमरी वादी
जबलपुर
मां नर्मदा के पवित्र तट पारंपरिक, लोक संगीत और भक्ति रस की धारा बहना चाहिए, अत: इस बार भी नर्मदा महोत्सव में सेमी क्लासिकल, भजन और सूफी संगीत की धारा बहेगी़ यह बात मप्र शासन के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कही। 5 तथा 6 अक्टूबर को भेडाघाट में आयोजित होने वाले नर्मदा महोत्सव की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि कई बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कलाकार भी ऐसे गीत गा देते हैं जो रेवा तट पर शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि महोत्सव के लिए चयनित कलाकारों को भी इस बात से अवगत कराना होगा के नर्मदा मां के पावन तट पर किसी भी प्रकार की मर्यादा का उल्लंघन न हो। बैठक में उपस्थित महापौर जगतबहादुर सिंह अन्नू ने कहा कि जबलपुर के वह कलाकार जो मुंबई में हैं, उन्हें भी इस कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए। मंत्री श्री सिंह ने बैठक में उपस्थित सदस्यों से नर्मदा महोत्सव में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों के नाम पूछने पर हेमंत ब्रजवासी, हंसराज रघुवंशी आदि नाम बताए गए। बैठक में अतिथि कलाकारों के भोजन तथा ठहरने की व्यवस्था, आयोजन स्थल के समतलीकरण, बैरिकैटिंग, आयोजन स्थल तक ई-रिक्शा के संचालन, यातायात व्यवस्था पार्किंग, साफ सफाई और सुरक्षा व्यवस्था जैसे कई विषयों पर चर्चा हुई।
बैठक में बरगी विधायक नीरज सिंह, कैंट विधायक अशोक रोहाणी, सिहोरा विधायक संतोष बरकडे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आशा मुकेश गोटिया, नगर भाजपा अध्यक्ष रत्नेश सोनकर, नगर परिषद भेड़ाघाट के अध्यक्ष श्री चतुर सिंह सहित जिला प्रशासन के एडीएम नाथूराम गोंड, एसडीएम गोरखपुर अनुराग सिंह, जबलपुर पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के सीईओ पीयूष दुबे, नोडल अधिकारी राजीव मिश्रा, नगर निगम अपर आयुक्त मनोज श्रीवास्तव और मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड से पर्यटन प्रबंधक तरुण मिश्र आदि उपस्थित रहे।
पिछले वर्ष प्रसिध्द पार्श्व गायक हरिहरन तथा विख्यात लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने नर्मदा महोत्सव में अपनी प्रस्तुति दी थी। बैठक में इन नामों के साथ उदित नारायण, अनूप जलोटा आदि उन कलाकारों के नामों का भी उल्लेख किया गया जो बीते वर्षों में नर्मदा के तट पर प्रस्तुति दे चुके हैं।