नगरीय विकास एवं आवास विभाग के उपक्रम मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी एमपीयूडीसी द्वारा जबलपुर में परियोजना के संचालन और संधारण में स्थानीय निकायों की भूमिका विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जबलपुर
उल्लेखनीय है कि जबलपुर, रीवा, शहडोल व छिंदवाडा के अर्न्तगत एमपीयूडीसी द्वारा 32 निकायों में जल प्रदाय एवं 9 निकायों में सीवरेज परियोजना पर कार्य किया जा रहा है। कार्यशाला, इन निकायों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्य नगर पालिका अधिकारी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों के लिए आयोजित की गई थी। कार्यक्रम के प्रारंभ में उप परियोजना संचालक तकनीकी श्री शैलेन्द्र शुक्ला ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों को कार्यशाला के उद्देश्य और एमपीयूडीसी द्वारा क्रियांवित परियोजनओं के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि एमपीयूडीसी द्वारा एशियन डेवलपमेंट बैंक, विश्व बैंक, जर्मन बैक केएफडब्ल्यू व विशेष निधि की सहायता से नगरों में जल प्रदाय और मलजल परियोजनाओं का निर्माण किया जा रहा है। श्री शुक्ला ने कहा कि यह परियोनाएं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के मानकों पर आधारित है। उप परियोजना संचालक ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों को परियोजना के संचालन और संधारण के लिए आश्वस्त किया। निकाय के स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी परियोजना के संचालन और संधारण में हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया.जनप्रतिनिधियों द्वारा आवश्यक सुझाव भी दिए गए एवं परियोजनाओं की सराहना भी की गई। कार्यशाला में बिल निर्माण एवं वितरण, एस्क्रो खाते, ट्रस्ट की घोषणा एवं नगरीय निकाय के दायित्व, साफ पानी एवं सीवरेज की उपयोगिता, शिकायत निवारण समिति व उपभोक्ता सेवा केन्द्र की भूमिका पर भी चर्चा की गई। कार्यशाला में परियोजना प्रबंधक श्री गोपाल गुप्ता, परियोजना अधिकारी श्री पीएल बारंगे, श्री के के श्रीवास्तव, सहित अन्य विशेषज्ञों ने विषय से संबंधित प्रजेंटेशन दिया। कार्यक्रम में जबलपुर, रीवा, शहडोल और छिंदवाडा इकाई के परियोजना प्रबंधक, उप परियोजना प्रबंधक, सहायक परियोजना प्रबंधक, सामुदायिक विकास अधिकारी व उपयंत्री भी मौजूद रहे। कार्यशाला के उपरांत स्थानीय निकायों के जनप्रतिनिधियों को एशियन डेवलपमेंट बैंक से सहायता प्राप्त भेड़ाघाट जलप्रदाय परियोजना एवं विश्व बैंक से सहायता प्राप्त भेड़ाघाट सीवरेज परियोजना के संयंत्रों का भ्रमण भी करवाया गया।